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नौजवानों के सवाल

क्या इससे कोई फर्क पड़ता है कि मैं कैसा संगीत सुनता हूँ?

क्या इससे कोई फर्क पड़ता है कि मैं कैसा संगीत सुनता हूँ?

 “जब मैं तैयार हो रही होती हूँ, तब मैं गाने चलाती हूँ। जैसे ही मैं कार में बैठती हूँ, मैं गाने चला देती हूँ। जब मैं घर पर आराम करती हूँ, सफाई करती हूँ यहाँ तक कि जब मैं पढ़ती हूँ, तब भी मैं गाने सुनती हूँ। मैं हमेशा गाने सुनती रहती हूँ।”कॉर्ला।

 क्या आपको भी गानों का उतना ही शौक है, जितना कि कॉर्ला को है? अगर हाँ, तो इस लेख से आप सीख पाएँगे कि आप कैसे संगीत से सिर्फ फायदा पा सकते हैं, उसके खतरों से बच सकते हैं और सही किस्म का संगीत चुन सकते हैं।

 फायदे

 संगीत सुनने की तुलना खाना खाने से की जा सकती है। दोनों ही मामलों में, सही चीज़ सही मात्रा में होना ही आपके लिए अच्छा है। आइए देखें कैसे:

  •   संगीत सुनने से आप अच्छा महसूस कर सकते हैं।

     “अगर मेरा दिन खराब जा रहा हो, तो मैं अपने मनपसंद गाने चलाता हूँ जिन्हें सुनते ही मेरी तबीयत खुश हो जाती है।”—मार्क।

  •   संगीत आपकी पुरानी यादें ताज़ा कर सकता है।

     “कुछ गाने मेरे ज़हन में बीते वक्‍त की कोई मीठी याद ताज़ा कर देते हैं, इसलिए मैं जब भी वे गाने सुनती हूँ मेरा दिल खुश हो जाता है।”—शीला

  •   संगीत आपको एकता के मज़बूत बंधन में बाँध सकता है।

     “मैं यहोवा के साक्षियों के एक अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशन में थी और जब वहाँ मौजूद सभी ने मिलकर आखिरी गाना गया, तो मेरी आँखों में आँसू आ गए। हम अलग-अलग भाषा बोलनेवाले लोग थे, मगर संगीत ने हम सबको एकता की डोरी में बाँध दिया।”—टेमी

  •   संगीत आपको अच्छे गुण पैदा करने में मदद कर सकता है।

     “जब हम कोई साज़ बजाना सीखते हैं तो हम नियमों का पालन करना और सब्र से काम लेना सीखते हैं। संगीत ऐसी कला है जिसे सीखने में वक्‍त लगता है, कोई रातों-रात नहीं सीख सकता। इसे अच्छी तरह सीखने का एक ही तरीका है, बार-बार प्रैक्टिस करना।”—आना।

 क्या आप जानते हैं? बाइबल की सबसे बड़ी किताब, भजनों की किताब है। यह 150 गीतों से बनी है।

सोच-समझकर संगीत चुनिए, जैसे आप सोच-समझकर चुनते हैं कि आप क्या खाएँगे

 खतरे

 कुछ तरह का संगीत, सड़े हुए खाने की तरह ज़हरीला हो सकता है। आइए देखें क्यों।

  •   कई गानों के बोल ऐसे होते हैं कि उनमें खुलकर सेक्स की बात की जाती है।

     “ऐसा लगता है कि सभी मशहूर गाने सिर्फ सेक्स के बारे में हैं। अब वे ऐसी बातों को छिपाने की कोशिश भी नहीं करते।”—हाना

     बाइबल कहती है: “तुम्हारे बीच व्यभिचार और किसी भी तरह की अशुद्धता या लालच का ज़िक्र तक न हो।” (इफिसियों 5:3) खुद से पूछिए, ‘क्या मैं ऐसा संगीत सुनता हूँ जिस वजह से मैं इस सलाह को नहीं मान पाता?’

  •   कुछ तरह का संगीत आपके मन को उदास कर सकता है।

     “कभी-कभी मैं रात को बिस्तर पर ऐसा संगीत सुनती हूँ, जिसकी वजह से मेरा मन निराश करनेवाली बातों पर सोचता रहता है और ये बातें मुझ पर हावी हो जाती हैं। दर्द भरा संगीत सुनने से मेरे मन में मायूस करनेवाले खयाल आते हैं।”—टामी

     बाइबल कहती है: “सब से अधिक अपने मन की रक्षा कर।” (नीति. 4:23) खुद से पूछिए, ‘क्या मैं ऐसा संगीत सुनता हूँ जिससे मेरा मन सिर्फ निराश करनेवाली बातों पर सोचता रहता है?’

  •   कुछ तरह का संगीत आपके अंदर गुस्सा भड़का सकता है।

     “ऐसा संगीत मेरे लिए खतरनाक हो सकता है जिसे सुनने से मेरे अंदर गुस्सा और नफरत भर जाए और मैं खुद से घिन करने लगूँ। मैंने साफ देखा है कि ऐसे गाने सुनने के बाद मेरा मूड़ बिलकुल बदल जाता है। मेरे परिवार ने भी इस बात पर गौर किया है।”—जॉन।

     बाइबल कहती है: “इन सब बातों को खुद से पूरी तरह दूर करो, जैसे क्रोध, गुस्सा, बुराई, गाली-गलौज और मुँह से अश्‍लील बातें कहना।” (कुलुस्सियों 3:8) खुद से पूछिए, ‘मैं जिस तरह का संगीत सुनता हूँ उसकी वजह से क्या मैं गुस्सैल हो जाता हूँ, यहाँ तक कि ऐसा कठोर हो जाता हूँ कि दूसरों की भावनाओं को भी नहीं समझ पाता?’

 सौ बात की एक बात। सोच-समझकर संगीत चुनिए। जूली नाम की लड़की ऐसा ही करने की कोशिश करती है। वह कहती है, “मैं अकसर अपने गानों की सूची की जाँच करती हूँ और ऐसे हर गाने को डिलीट कर देती हूँ जो मुझे नहीं सुनना चाहिए।” वह आगे कहती है, “ऐसा करना हमेशा आसान नहीं होता, लेकिन मैं जानती हूँ कि यही सही है।”

 तारा नाम की एक लड़की भी कुछ ऐसा ही करना सीख रही है। वह कहती है, “कभी-कभी रेडियो पर ऐसे गाने आते हैं, जिनकी धुन बहुत बढ़िया होती है लेकिन जब मैं उनके बोल सुनती हूँ तो मुझे एहसास होता है कि मुझे स्टेशन बदल देना चाहिए। ऐसा करना बहुत मुश्‍किल होता है, मानो किसी ज़ायकेदार मिठाई का बस एक टुकड़ा चखने के बाद उसे फेंकना पड़ रहा हो! लेकिन अगर मेरे अंदर इतनी ताकत होगी कि मैं सेक्स पर बना कोई गाना सुनने  से इनकार कर दूँ, तो मेरे अंदर शादी से पहले सेक्स करने  की आज़माइश को ठुकराने की भी ताकत होगी। मैं इस बात को कम नहीं आँकती कि मैं जो संगीत सुनती हूँ, उसका मुझ पर कितना असर हो सकता है।”